soybean prices महाराष्ट्रातील शेतकऱ्यांसाठी सोयाबीन हे महत्त्वाचे नगदी पीक मानले जाते. परंतु यंदाच्या हंगामात अवकाळी पावसामुळे राज्यातील सोयाबीन उत्पादक शेतकऱ्यांना मोठा फटका बसला आहे. सध्या राज्यात सोयाबीन पिकाची कापणी जोरात सुरू असताना, अचानक झालेल्या जोरदार पावसामुळे शेतकऱ्यांच्या आशा पावसाळ्यात विरघळल्या आहेत.
पावसाचा सोयाबीन पिकावर परिणाम
सोयाबीन पिकाच्या कापणीच्या महत्त्वाच्या टप्प्यावर झालेल्या अवकाळी पावसामुळे अनेक नकारात्मक परिणाम दिसून येत आहेत: पिकाची गुणवत्ता खालावली: शेंगा भिजल्यामुळे दाणे काळे पडले आहेत अनेक ठिकाणी दाण्यांची चांगली वाढ झालेली नाही ओल्या वातावरणामुळे बुरशी वाढण्याची समस्या निर्माण झाली
उत्पादनात घट: पावसामुळे अनेक शेतांमधील पीक वाया गेले काही भागात 40-50% पर्यंत नुकसान झाल्याचे अंदाज कापणी करण्यास विलंब झाल्याने उत्पादन कमी
आर्थिक नुकसान: गुणवत्ता कमी असल्याने बाजारभाव कमी मिळण्याची शक्यता अतिरिक्त मजुरी खर्च वाहतूक आणि साठवणुकीचे वाढीव खर्च
Soybean bajar rate: प्रमुख बाजारपेठांतील स्थिती
बाजार | आवक (क्विंटल) | कमी दर (₹) | जास्त दर (₹) | सर्वसाधारण दर (₹) |
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सिल्लोड | 128 | 3500 | 4250 | 4100 |
राहुरी | 44 | 2500 | 4300 | 3400 |
वरोरा | 981 | 3300 | 4251 | 4000 |
वरोरा-शेगाव | 374 | 2500 | 4125 | 3800 |
वरोरा-खांबाडा | 325 | 2800 | 4100 | 4000 |
बुलढाणा-धड | 150 | 3800 | 4300 | 4000 |
भिवापूर | 1750 | 3100 | 4400 | 3750 |
समुद्रपूर | 240 | 3500 | 4471 | 4000 |
देवणी | 66 | 3670 | 4442 | 4056 |
जळगाव | 160 | 3020 | 4165 | 4000 |
छत्रपती संभाजीनगर | 355 | 2901 | 4266 | 3584 |
चंद्रपूर | 720 | 4000 | 4395 | 4210 |
तुळजापूर | 280 | 4250 | 4250 | 4250 |